Sunday, June 21, 2009

अपनी मर्जी से कहा अपनी सफ़र के हम है
रुख हवओका जोधार का है, उधर के हम है

पहले हर चीज अपनी थी, मगर अब लगता है
अपनेही घर मैं किसी दुसरे घर के हम है